लखनऊ। मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया ने इस साल एमबीबीएस करने के लिए प्रवेश लेने वाले छात्रों के पहले साल से ही कोर्स के समय में बदलाव किया है। यह बदलाव इस साल से शुरू हो जाएगा। एमबीबीएस के साढ़े चार साल के कोर्स को तीन चरणों में बांट कर हर चरण में माहवार बदलाव किया गया है। छात्र को साढ़े चार साल एमबीबीएस की पढ़ाई के बाद एक साल की इंटर्नशिप करनी होगी।
कोर्स के तहत पहले चरण की व्यावसायिक पढ़ाई 12 महीने की होती थी। अब यही पढ़ाई 13 महीने की होगी। इसमें एक महीने का फाउंडेशन कोर्स भी शामिल है। एमबीबीएस के छात्रों के लिए इस साल से ही फाउंडेशन कोर्स लागू किया गया है। इसके बाद एक महीने परीक्षा होगी। इसी एक महीने में परिणाम भी घोषित हो जाएंगे। इस तरह 14 महीने में पहला चरण पूरा होगा। दूसरे चरण की व्यावसायिक पढ़ाई पहले 15 महीने की होती थी। अब इसमें तीन महीने घटा दिए गए हैं। अब यह चरण 12 महीने का ही होगा। तीसरा व्यावसायिक चरण पहले दो साल का होता था। अब इस साल से 28 महीने का होगा। इसको तीन भागों में बांटा गया है। पहला भाग 13 महीने का और दूसरा भाग दो महीने का होगा। इन दो महीनों में छात्र खुद के चयनित किए गए विषय को पढ़ेगा। फिर तीसरा भाग 13 महीने का होगा। इस तरह एमबीबीएस की पहले और दूसरे चरण की पढ़ाई 26 महीने की होगी। इसके ताद तीसरे चरण की पढ़ाई 28 महीने की। एमबीबीएस की पढ़ाई पहले की तरह 54 महीनों की ही होगी। इसके बाद छात्र फाइनल वर्ष की परीक्षा देगा।