नेकृषि
किसान भाई अपने नजदीकी कृषि अधिकारी या कृषि के जानकार से किस्मों की जानकारी लेना चाहिए। गेंहू कि ऐसी किस्मों का चयन करें जो ज्यादा उत्पादन देने वालीं हों और रोगों से लड़ने की क्षमता भी ज्यादा हो। साथ ही प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सहनशक्ति भी रखती हो। ऐसी ही किस्मों की जानकारी नेशनल कृषि मेल देने की कोशिश कर रहा है। किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि वे इन किस्मों को लगाने से पहले किसी कृषि वैज्ञानिक से सलाह जरूर लें।
सिंचित अवस्था में समय से बुवाई
एच डी- 2967, एच डी- 4713, एच डी- 2851, एच डी- 2894, एच डी- 2687, डी बी डब्ल्यू- 17, पी बी डब्ल्यू- 550, पी बी डब्ल्यू- 502, डब्ल्यू एच- 542, डब्ल्यू- एच- 896 और यू पी- 2338 आदि प्रमुख है, इनका बुवाई का उपयुक्त समय 10 नवम्बर से 25 नवम्बर माना जाता है।
सिंचित अवस्था में देरी से बुवाई
एच डी- 2985, डब्ल्यू आर- 544, राज- 3765, पी बी डब्ल्यू- 373, डी बी डब्ल्यू- 16, डब्ल्यू एच- 1021, पी बी डब्ल्यू- 590 और यू पी- 2425 आदि प्रमुख है, इनका बुवाई का उपयुक्त समय 25 नवम्बर से 25 दिसम्बर माना जाता है।
असिंचित अवस्था में समय से बुवाई
एच डी- 2888, पी बी डब्ल्यू- 396, पी बी डब्ल्यू- 299, डब्ल्यू एच- 533, पी बी डब्ल्यू- 175 और कुन्दन आदि प्रमुख है।